Monday, 2 May 2022

मुकेश अंबानी के नाम एक पत्र - सदर्भ पत्रकारिता / विजय शंकर सिंह

यह पत्र टीवी चैनल News 18 के मालिक, मुकेश अंबानी के नाम है। पिछले 8 साल से उनके स्वामित्व वाले न्यूज चैनल के नियमित कार्यक्रमों का यदि सर्वेक्षण किया जाय तो आप इस निष्कर्ष पर पहुंचेंगे कि, इस न्यूज चैनल का एक उद्देश्य यह भी है, देश में सांप्रदायिक एजेंडा चलाना और एक ऐसा मानसिक अनुकूलन करना जो देश को विभाजनकारी एजेंडे की ओर ले जाए। खंड खंड भारत की ओर ले जाने की यह निंदनीय कोशिश, 'या तो आर या पार' के संकल्प के साथ नित नए शीर्षक, बहसे और गोएबलिस्ट खबरों के रूप में परोसी जा रही है। उस पर तुर्रा यह है कि उसके सद्यः पुरस्कृत एंकर खुद को देशभक्त का  सुपार्लेटिव डिग्री वाला प्रमाणपत्र अंगीकृत किए बैठे हैं। 

ऐसी पत्रकारिता के असर का स्वाद खुद इनके ही एक बड़े पत्रकार ने चखा है, पर वे भी तो एक वेतनभोगी कर्मचारी ही हैं तो उनसे क्या गिला किया जाय, पर हां, उनसे, उनकी पत्नी और उनके बेटे जिसे लेकर उनके भी हजारो खूबसूरत सपने होंगे, से मेरी पूरी सहानुभूति है।

मुझे नहीं पता मुकेश अंबानी जी, अपना न्यूज चैनल कभी देखते भी हैं या नहीं पर मैं उनसे यह अनुरोध करूंगा की वे इस चैनेल के कुछ प्रोग्राम जरूर देखें और वे न्यूज चैनल क्या परोस रहे हैं, उससे भी रूबरू हों। हर टीवी चैनल के अपने नियम कायदे होते है, उनकी नीतियां होती हैं। वे सरकार के पक्ष में भी हो सकती हैं और सरकार के विरोध में भी। सरकार से उनका जो भी समीकरण हो, इस पर भी किसी को आपत्ति नहीं है और न होनी चाहिए, पर जब संविधान के मूल उद्देश्यों के खिलाफ देश में धर्म के आधार पर विभाजनकारी बहसें कराना ही एक मकसद बन जाय तो, यह जरूरी हो जाता है कि न्यूज चैनल के मालिक तक यह बात पहुंचा दी जाय। 

To,
 Sh. Mukesh Ambani
 Reliance Industries Limited,
 Makers Chambers IV
 Nariman Point
 Mumbai – 400021

SUB.: Need of corrective measures in broadcast of news for the well-being of the Indian Society.

Dear Sir,

This is in regard to the recent communal turmoil witnessed by our nation and the threatening reaction received by one of the journalist Mr. Saurabh of News18 which is a popular news channel of the Network18 Media and Investment Limited, an Indian media conglomerate owned by your energy giant entity Reliance Industries Limited. As you must be aware of the recently most trending news wherein hindu enthusiast threatened to kill and publicly rip the clothes of Mr. Saurabh Sharma and his family because he suggested not to play loud speakers outside a mosque on the event of Ram Navami in Noida. He was also called out to be “anti-national” and “Pakistani” by the hindus rallying around the mosque.

While the Indian press by the virtue of the Constitution of India has the right to freedom of speech but the same right comes with grave responsibility which stand ignored in the present era of news reporting. As per the norms of Journalistic Conduct Edition 2020 published by Press Council of India News reporters owe a very special responsibility to their country in promoting communal peace and amity. It is, therefore, of utmost importance that the channels use their outreach to public with circumspection and restrain. The role of media in recent alarming situations of communal disharmony especially the incidents that occurred on the occasion of Ram Navami’ 2022 should be that of peacemakers and not abettors. But the recent trend of news telecast of News18 stand in contradiction to such moral and stipulated fundamentals. The sense of brotherhood is unfortunately witnessed to be diminished and News18 has contributed towards the same by its own way of targeting a particular community continuously and running a never-ending propaganda against them of being anti-national. There is no denying to the fact that the media, as a chronicle of tomorrow’s history, owes an undeniable duty to break down communal fences and promoting harmony. As per norms of journalistic conduct 2020 while reporting communal disputes/clashes sensational, provocative and alarming headlines must be avoided by news channels. It is with utter pain that we are today served with more of propaganda and less of news. We have to a point wherein a journalist of your own media channel was heckled by the goons of the community which is claimed to be the victim at hands of community targeted by your news channel on regular basis. This was all done by the community rallying around mosque in the name of “hindutva” as per the definition propagated and promoted by media houses.
Ethics of journalism does not permit scurrilous and inflammatory attacks on communities and individuals but a particular religious community of our country has been repeatedly targeted and represented as anti-national aliens by News18 since past few years now. Former Prime Minister Shri Atal Bihari Vajpayee spoke at the opening ceremony of the World Congress of the International Press Institute (IPI), Jan 26-29, 2001 that “A free and responsible press is an important pillar of the republican architecture, as essential for a healthy democracy as the legislature or the judiciary.”

Therefore, in light of the above, you as the Chairman and Managing Director of Reliance Industries Ltd. are hereby called upon to initiate corrective measures towards adoption of journalist ethics and code of conduct by the news reports telecasted by IBN7 news channel, so that the channel can actively contribute towards communal harmony of the nation and not create a propaganda otherwise.

Regards and yours sincerely,
Vijay Shanker Singh 
Rtd IPS - UP 

सेवा,
श्री मुकेश अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड,
मेकर्स चैंबर्स IV
नरीमन पॉइंट
मुंबई - 400021

विषय: भारतीय समाज में सद्भाव और हित के लिए समाचारों के प्रसारण में सुधारात्मक उपायों की आवश्यकता।

प्रिय महोदय,

यह पत्र, देश मे आजकल बढ़ रही, सांप्रदायिक उथल-पुथल और न्यूज18 के पत्रकार श्री सौरभ शर्मा को प्राप्त धमकी भरी एक प्रतिक्रिया के संबंध में है, जो नेटवर्क18 मीडिया एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का एक लोकप्रिय समाचार चैनल है, जो आप के स्वामित्व वाले एक भारतीय मीडिया समूह का अंग भी है। 

आप वर्तमान में सबसे अधिक ट्रेंडिंग होने वाले समाचारों के बारे में शायद अवगत होंगे, जिसमें नोएडा उत्तर प्रदेश में हुई एक घटना, जिसमे कुछ लोगों ने सौरभ शर्मा, उनकी पत्नी और बेटे को सार्वजनिक रूप से मारने पीटने और उनकी पत्नी के कपड़े फाड़ने की धमकी भी दी थी, क्योंकि सौरभ शर्मा ने नोएडा में राम नवमी के अवसर पर एक मस्जिद के बाहर लाउड स्पीकर नहीं बजाने का सुझाव दिया था। तब कुछ हिंदू संगठनों द्वारा उन्हें "राष्ट्र-विरोधी" और "पाकिस्तानी" भी कहा गया।

भारत के संविधान में, प्रेस को बोलने, लिखने और रिपोर्टिंग करने की स्वतंत्रता का अधिकार है, लेकिन यह अधिकार एक गंभीर जिम्मेदारी के साथ भी है, जिसे समाचार रिपोर्टिंग के वर्तमान युग में लगभग नजरअंदाज कर दिया गया है। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित जर्नलिस्टिक कंडक्ट एडिशन 2020 के मानदंडों के अनुसार, सांप्रदायिक शांति और सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए पत्रकारों की भी, अपने देश के प्रति एक विशेष जिम्मेदारी है। इसलिए, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि,  न्यूज चैनल जनता के लिए अपनी खबरों को सावधानी और संयम के साथ पहुंचाएं। सांप्रदायिक विद्वेष की हाल की खतरनाक स्थितियों में मीडिया की भूमिका विशेष रूप से रामनवमी '2022 के अवसर पर हुई घटनाएं, शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से सकारात्मक रूप में होनी चाहिए थी, न कि भड़काऊ और उकसाने वाली। लेकिन न्यूज18 के समाचार प्रसारण की हालिया प्रवृत्ति, पत्रकारिता की इस नैतिक और निर्धारित मूल सिद्धांतों के विपरीत है। दुर्भाग्य से आपसी भाईचारे की भावना को उनकी रिपोर्टिंग में कम ही देखा गया है और न्यूज18 ने अपने खास तरीके से एक विशेष समुदाय को लगातार निशाना बनाकर और उनके खिलाफ राष्ट्र विरोधी होने का, एक कभी न खत्म होने वाला प्रोपेगेंडा चलाया है। 

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि देश में सामाजिक सद्भाव बनाए रखने में, कल जब देश का इतिहास लिखा जायेगा तो, मीडिया की इस भूमिका का भी आकलन किया जाएगा। अतः साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखना, मीडिया का एक प्रमुख कर्तव्य भी है। पत्रकारिता आचरण, 2020 के मानदंडों के अनुसार सांप्रदायिक विवादों / झड़पों की रिपोर्टिंग करते समय सनसनीखेज, उत्तेजक और खतरनाक सुर्खियों से समाचार चैनलों को बचना चाहिए। यह अत्यंत पीड़ा की बात है कि, आज हमें  अधिक प्रचार और कम समाचारों के साथ, जानबूझकर विभाजनकारी एजेंडे के अनुसार खबरें परोसी जा रही है। हम आज उस मोड़ पर पहुंच गए हैं, जहां आपके अपने ही मीडिया चैनल के एक वरिष्ठ पत्रकार को, उस समुदाय के गुंडों द्वारा पीटा गया, जिसके बारे में दावा किया जाता है कि, वह नियमित रूप से आपके समाचार चैनल द्वारा लक्षित समुदाय के हाथों से ही पीड़ित है। यह सब मीडिया घरानों द्वारा प्रचारित परिभाषा के अनुसार "हिंदुत्व" के नाम पर मस्जिद के आसपास रैली करने वाले कुछ लोगों द्वारा किया गया था।

पत्रकारीय नैतिकता, किसी भी समुदाय या समुदायों और व्यक्तियों पर भद्दे और भड़काऊ अपमानजनक हमलों की अनुमति नहीं देती है। लेकिन हमारे देश के एक विशेष धार्मिक समुदाय को पिछले कुछ वर्षों से न्यूज़18 द्वारा बार-बार लक्षित और राष्ट्र-विरोधी समाज के रूप में दर्शाया जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 26-29 जनवरी, 2001 को अंतर्राष्ट्रीय प्रेस संस्थान (आईपीआई) के विश्व कांग्रेस के उद्घाटन समारोह में कहा था कि,
"एक स्वतंत्र और जिम्मेदार प्रेस लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जैसा कि आवश्यक है विधायिका या न्यायपालिका की तरह ही एक स्वस्थ और स्वतंत्र प्रेस स्वस्थ लोकतंत्र के लिए भी आवश्यक है।"

इसलिए, उपरोक्त बातों के आलोक में, आप से, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक की हैसियत से, आईबीएन 7 समाचार चैनल द्वारा प्रसारित समाचार रिपोर्टों द्वारा प्रेस नैतिकता और आचार संहिता को अपने प्रसारण में, सुधारात्मक उपाय लागू करने की पहल करने का अनुरोध करता हूं, ताकि यह न्यूज चैनल राष्ट्र के सांप्रदायिक सद्भाव की दिशा में सक्रिय रूप से, अपना योगदान दे सके, और वह किसी भी समूह विशेष के दुष्प्रचार का अंग न बने। 

सादर एवं हार्दिक शुभकामनाओं सहित।

आप का,
विजय शंकर सिंह
सेवानिवृत्त आईपीएस - यूपी
कानपुर।

(विजय शंकर सिंह)

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