Thursday, 7 July 2022

मंजर जैदी / भारत के वे ऐतिहासिक स्थल जो अब पाकिस्तान में हैं (5)

मुग़ल सम्राट जहांगीर का मकबरा ~
 

क़िले से बाहर आए तो किले के सामने उत्तर की ओर एक बहुत ऊंची मीनार दिखाई दी। इसके बारे में ज्ञात हुआ कि यह मीना-ए-पाकिस्तान है। इसका निर्माण उस स्थान पर किया गया है जहां 23 मार्च 1940 को मुस्लिम लीग की लाहौर में हुई बैठक में मुस्लिम लीग के द्वारा टू नेशन थ्योरी के अंतर्गत प्रथक मुस्लिम देश बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इसका निर्माण 1960 से 1968 की अवधि में किया गया। इसकी ऊंचाई 70 मीटर है। इस स्थल को एक पार्क का स्वरूप दिया गया है जिसे इकबाल पार्क कहते हैं। समय की कमी के कारण इसके अन्दर नहीं गए, केवल दूर से ही इसे देखकर आगे बढ़ गए। 

दोपहर के खाने का समय हो गया था। आस पास कोई होटल नहीं था इसलिए निर्णय लिया गया कि फूड स्ट्रीट चलते हैं। फूड स्ट्रीट पर एक पुरानी बिल्डिंग को विभिन्न रंगों के पेंट करके अत्यंत सुंदर बनाया गया है और अनोखे ढंग से सजाया गया है।  यहां पर छोटे-छोटे बहुत से रेस्टोरेंट हैं। इन रेस्टोरेंट में शाकाहारी और मांसाहारी भोजन की बेशुमार वैरायटी मिलती हैं। हमारे भाई ने बताया कि रात में यहां बहुत रौनक होती है। विभिन्न रंगों की लाइटों से यह मार्केट चमकता रहता है और भीड़ भी अधिक होती है। 

खाना खाकर हम लोग जहांगीर की समाधि की ओर चल दिए। मकबरे के अन्दर जाने के लिए कोई टिकट नहीं लेना पड़ता है। यह मकबरा शाहदरा बाग़ में स्थित है। मुगल सम्राट जहांगीर ने 1605 ईस्वी से 1627 ईस्वी तक भारत पर शासन किया तथा उनकी मृत्यु के पश्चात उन्हें लाहौर में दफन किया गया। लगभग 10 वर्ष पश्चात उनके पुत्र सम्राट शाहजहां के द्वारा उनका मकबरा बनवाया गया। जहांगीर का मकबरा लाल पत्थर से ताजमहल के डिजाइन का बना हुआ है बल्कि यह कहना ज्यादा उचित होगा कि जहांगीर के मकबरे के डिजाइन व आर्किटेक्चर में कुछ सुधार करके आगरा का ताजमहल बाद में सफेद पत्थर से शाहजहां के द्वारा बनवाया गया। मकबरे के अंदर जाने के लिए एक मुख्य द्वार है। इसके अंदर जाकर बीच में पानी के झरने बहते हैं और दोनों और पौधे लगे हुए हैं। आगे जाकर मुख्य भवन है जिसकी दीवारों पर ताजमहल की तरह कुरान की आयतें लिखी हूई हैं और विभिन्न रंगों के पत्थरों से फूल वह पत्तियां बनी हुई हैं। 

भवन के अंदर सम्राट जहांगीर की कब्र है जो सफेद मार्बल की बनी हुई है तथा उस पर ताजमहल में शाहजहां की कब्र की तरह पत्थर को खोदकर विभिन्न रंगों के पत्थरों से फूल व पत्तियां बनाई गई हैं। इसके अतिरिक्त कब्र पर अल्लाह के विभिन्न नाम अरबी में लिखे हुए हैं। ताजमहल जो शाहजहां की पत्नी मुमताज महल का मकबरा है उसमें मुमताज महल के साथ शाहजहां की कब्र भी है परंतु जहांगीर के मकबरे में केवल जहाँगीर की कब्र है। यहां पर भी पर्यटकों की संख्या ना के बराबर थी। पाकिस्तान के 1000 के नोट पर जहांगीर का मकबरा दर्शाया गया है। 
(जारी) 

मंजर ज़ैदी
© Manjar Zaidi

भारत के वे ऐतिहासिक स्थल जो अब पाकिस्तान में हैं (4) 
http://vssraghuvanshi.blogspot.com/2022/07/4_6.html 
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