मुस्कुराना
मेरी फितरत है ,
मुस्कुराना
मेरी चाहत है ,
मुस्कुराना
मेरी आदत है।
संसार तो
भ्रम है , दोस्तों ,
माया के
वियाबान में
एक नन्ही
कली क्षितिज पर ,
मरू में
सर उठाये दिखी जो ,
मुस्कराहट
है वही मेरी ,
वही मेरी
जिजीविषा है
ढूंढना है
हमें ,
आफतों के
इस जंगल में
एक दिया रोशनी का.
हांथों
में लिए उस नन्ही लौ को ,
बढ़ चले जब हम सधे क़दमों से ,
लब पर
तेरा नाम लिए ,
तो छिटक
गयी चांदनी अँधेरे में
और, फ़ैल गयी मुस्कराहट अधरों पर !!
मुस्कुराना
मेरी फितरत है ,
हंसना
मेरी चाहत है ,
जिंदादिली
मेरी आदत है !!
-vss
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