Wednesday 21 July 2021

प्रवीण झा - स्कूली इतिहास (10)


         ( होमो फ्लोरेसिएंसिस, हॉबिट्स)

“होमो सैपिएंस ही क्यों बच गये? बाकी क्यों खत्म हो गये?”

“यह सवाल कठिन है। मगर इतना कहा जा सकता है कि होमो सैपिएंस की बुद्धि अधिक तीक्ष्ण (शार्प) थी। उनमें अक्सर एक लीडर होता, और योजना बनायी जाती। वे समूह में समाज बना कर रहते, और उन्होंने अपनी भाषा भी बना ली थी। उनके औजार-हथियार अधिक पैने थे, और उनकी आयु भी अधिक थी।”

“यह सब तो नियंडरथल ने भी कर लिया था?”

“हाँ! नियंडरथल का खत्म होना एक रहस्य है। ज्वालामुखी विस्फोट भी इंडोनेशिया और दक्षिण एशिया में हुआ था, जबकि नियंडरथल यूरोप में थे। हिम युग से उन्हें फर्क नहीं पड़ता क्योंकि वे ठंड में जीने में अधिक सक्षम था। उनका सैपिएंस से संघर्ष और सैपिएंस की जीत ही अधिक संभावित लगती है।”

“तो क्या सभी अन्य मानव खत्म हो गये? एक भी नहीं बचा?”

“हिम-युग के बाद इंडोनेशिया में एक आखिरी प्रजाति बची थी। वे बौने मनुष्य ‘हॉबिट्स’ कहलाते हैं। लैटिन नाम है होमो फ्लोरेसिएंसिस। मगर बारह हज़ार वर्ष पूर्व वे आखिरी मनुष्य भी खत्म हो गये।”

“आपने मैमथ के खत्म होने की बात लिखी। क्या उन्हें भी?”

“मनुष्य के अतिरिक्त किसी में उन्हें मारने की क्षमता नहीं थी। वे भी शीत वातावरण में जीने के लिए बने थे। उन्हें होमो सैपिएंस ने खत्म किया हो, यह संभव है। यूँ भी हमारे समय मानव ने कई प्रजातियाँ खत्म की ही है।”

“यह सब बातें कितनी सच है, पता नहीं। आपने लिखा कि डायनासोर शाकाहारी थे। गेंहू खाते थे। ऐसी बातें भला कैसे कही जा सकती है?”

“यह सवाल अच्छा है। डायनासोर का जब कंकाल ही मिला, तो उनके भोजन का पता कैसे लग सकता है? इसके लिए एक शब्द है ‘कॉप्रोलिथ’ (coprolith). वह शब्द किसी शब्दकोश या इंटरनेट पर ढूँढ कर पता करिए कि वह क्या होता है, और उससे कैसे विलुप्त प्रजातियों के भोजन का पता लगता है”
( क्रमशः)

Some geologists think that we should stop calling this age a ‘holocene age’ since humans have altered its entire nature. What name are they suggesting?

A. Disastrocene
B. Neocene
C. Anthrocene
D. Machinocene

(Last Answer: Floods in Nile happened in July-September) 

प्रवीण झा
© Praveen Jha

स्कूली इतिहास (9)
http://vssraghuvanshi.blogspot.com/2021/07/9.html
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