आज के ही दिन , मुंबई पर आतंकवादी हमला हुआ था . उस हमले में लगभग 200 निर्दोष व्यक्तियों की जान गयी थी . 3 दिन तक पूरा देश स्तब्ध रहा . पुलिस के बहादुर जवानो और अधिकारियों ने सेना तथा अन्य सुरक्षा बल के जवानों के साथ इस विपत्ति का जम कर सामना किया और सारे आतंक्वादे मारे गए . एक आतंकवादी जीवित पकड़ा गया अजमल आमिर कसाब . जिस पर मुकदमा चलाया गया और उसे फांसी की सज़ा दी गयी . बाद में दौर शुरू हुआ , किसकी चूक थी और कौन ज़िम्मेदार है . धीरे धीरे सब शांत हो गया .हर 26 नवम्बर को यह हमला और गहमा गहमी भरे वे 3 दिन बराबर याद आते हैं . आज इस अवसर पर हम उन वीर सिपाहियों को याद करे जिन्होंने अपनी कर्तव्य निष्ठा का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया . पुलिस सेवा का एक अंग होने के नाते मुझे न सिर्फ इन पर गर्व है , बल्कि , आने वाले सुरक्षा कर्मियों के लिए इन का जीवन प्रेरणा श्रोत बना रहेगा .
Sunday, 25 November 2012
Remembering 26 Nov in Mumbai
आज के ही दिन , मुंबई पर आतंकवादी हमला हुआ था . उस हमले में लगभग 200 निर्दोष व्यक्तियों की जान गयी थी . 3 दिन तक पूरा देश स्तब्ध रहा . पुलिस के बहादुर जवानो और अधिकारियों ने सेना तथा अन्य सुरक्षा बल के जवानों के साथ इस विपत्ति का जम कर सामना किया और सारे आतंक्वादे मारे गए . एक आतंकवादी जीवित पकड़ा गया अजमल आमिर कसाब . जिस पर मुकदमा चलाया गया और उसे फांसी की सज़ा दी गयी . बाद में दौर शुरू हुआ , किसकी चूक थी और कौन ज़िम्मेदार है . धीरे धीरे सब शांत हो गया .हर 26 नवम्बर को यह हमला और गहमा गहमी भरे वे 3 दिन बराबर याद आते हैं . आज इस अवसर पर हम उन वीर सिपाहियों को याद करे जिन्होंने अपनी कर्तव्य निष्ठा का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया . पुलिस सेवा का एक अंग होने के नाते मुझे न सिर्फ इन पर गर्व है , बल्कि , आने वाले सुरक्षा कर्मियों के लिए इन का जीवन प्रेरणा श्रोत बना रहेगा .
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