Saturday 23 February 2019

सरकार ने तो कहा था, 2014 के बाद कोई आतंकी हमला ही नहीं हुआ / विजय शंकर सिंह

अमित शाह और नरेंद्र मोदी कहीं गंदे नाले में डूबकर मर क्यों नहीं जाते? असम की एक रैली में अमित शाह ने कहा कि इस बार जवानों की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी, क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की नहीं बीजेपी की सरकार है।

नरेंद्र मोदी ने पटना में कहा कि जो आग आपके भीतर है वही मेरे भीतर है और ये आग बुझनी नहीं चाहिए।

ये आग लेकर क्या करेंगे ये सब? देश के भीतर आग लगाएंगे? भारत को लूटेंगे, भारत की सेना और भारतवासियों को मरवाएंगे?

मोदी सरकार में सेना तो रोज ही मरती है और किसानों के घर उनके बच्चों की लाश पहुचती है। चुनाव है तो ये संघी जनसभाओं में लाश बेच रहे हैं।
इस सरकार में एक दर्जन बड़े हमले हो चुके हैं। अब तक कुछ नहीं हुआ। ये गैंडे राफेल लूट खाने, देश मे दंगा कराने, दलितों पिछड़ों का हक लूटने के अलावा कर क्या रहे हैं?

●इनके काल में आतंकी हमलों की पूरी फेहरिस्त है। क्या इस हमले में ही मोदी की सरकार है, उसके पहले नहीं थी?

●जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ  काफिले पर  हमला- हमले में CRPF के अब तक 41 जवान शहीद हो चुके हैं.  आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे आत्मघाती बताया.

●उड़ी मोहरा हमला- दिसंबर 2014
बारामूला के उरी सेक्टर के मोहरा में सैन्य रेजीमेंट पर आतंकियों ने कायराना तरीके से हमला किया था. 12 जवान शहीद हुए थे. इस घटना के जवाब में भारतीय सेना ने 6 आतंकियों को मार गिराया था.

●मणिपुर में हमला- जून 2015
4 जून 2015 को मणिपुर के चंदेल में आतंकियों ने भारतीय सेना के काफिले पर बारूदी सुरंग बिछा कर हमला कर दिया था. इस आतंकी कार्रवाई में देश के 18 जवान शहीद हुए थे. 

●गुरुदासपुर में हमला- जुलाई 2015
पंजाब के गुरुदासपुर में आर्मी ड्रेस पहने आतंकियों ने दीनानगर पुलिस स्टेशन पर धावा बोल दिया था. इस हमले में 4 जवान शहीद हो गए थे. इसके अलावा 3 सिविलियन भी मारे गए थे.

●पठानकोट हमला- जनवरी 2016
जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया. यह ऑपरेशन 6 दिनों तक चला. जिसमें कुल 7 जवान शहीद हो गए थे.

●अनंतनाग हमला- जून 2016
अनंतनाग के चेकपोस्ट पर आतंकियों ने हमला किया था जिसमें 2 जवान शहीद हुए थे. एक दिन पहले भी बीएसएफ के काफिल पर हमला किया था. जिसमें 3 जवानों की जान चली गई थी.

●पंपोर हमला- जून 2016
पंपोर के पास श्रीनगर- जम्मू हाइवे पर सीआरपीएफ के काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें 8 जवान शहीद हो गए थे जबकि दो दर्जन जवान जख्मी भी हुए थे.

●ख्वाजा बाग हमला- अगस्त 2016
श्नीनगर बारामूला हाइवे पर सैन्य काफिले पर हमला कर दिया था. यह हमला हिजबुल ने किया था. इसमें 8 जवान शहीद हुए थे.

●पुंछ आतंकी हमला- सितंबर 2016
पठानकोट एयरबेस पर आतंकवादियों ने आतंकी हमला कर दिया था. ये मुठभेड़ 3 दिनों तक चली थी. इस आतंकी हमले में 6 जवान शहीद हुए थे. सैनिकों की जवाबी कार्रवाई में 4 आतंकी भी मारे गए थे.

●उड़ी हमला- सितंबर 2016
सेना के सोते हुए जवानों पर हमला कर दिया था. जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे.

●अमरनाथ यात्रियों पर हमला जुलाई 2017
अमरनाथ जा रही बस पर आतंकियों ने हमला कर लिया था.7श्रद्धालुओं की मौत हुई थी.

●सीआरपीएफ कैंप पर हमला- दिसंबर 2017 सीआरपीएफ के ट्रेनिंग कैंप की 185वीं बटालियन पर आतंकियों ने हमला कर दिया था. जिसमें 5 जवान शहीद हुए थे जबकि 2 आतंकी मारे गए थे.

( साभार लोकेश सोनी की फेसबुक पोस्ट से )
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© विजय शंकर सिंह

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