Wednesday, 26 December 2018

धार्मिक कट्टरता और आतंकवाद से दूर रहें / विजय शंकर सिंह

एनआईए ने आईएसआईएस के संदिग्धों को गिरफ़्तार किया है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उनके पास से देसी कट्टे और देसी राकेट लांचर और सुतली बम भी बरामद किये गये हैं। पकड़े जाने वाले लोगों में अमरोहा की एक मस्जिद का इमाम भी है। एनआईए ने अभी शुरुआती गिरफ्तारी की हैं। उम्मीद है, अभी और होंगी। एमिटी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग के छात्र भी पकड़े गए है। पहले भी केरल से कुछ पढें लिखे लोग पकड़े गए थे। यह ट्रेंड चिंताजनक है।

न्यूज़18 के अनुसार, एनआईए ने बुधवार को 17 लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन किए. एनआईए ने यूपी और दिल्ली पुलिस की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. गिरफ्तार लोगों में 5 आरोपी यूपी के रहने वाले हैं. संदिग्धों के पास से 7.5 लाख रुपये, 100 मोबाइल फोन, 135 सिमकार्ड्स, लैपटॉप और मेमोरी कार्ड्स जब्त किए गए हैं. 120 अलार्म घड़ियां भी बरामद की गई हैं। NIA के आईजी आलोक मित्तल के मुताबिक, इस पूरी साजिश के पीछे मुफ्ती सुहैल को मास्टरमाइंड माना जा रहा है, जो मूल रूप से अमरोहा का रहने वाला है. पुलिस ने इस मामले में 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया है. हालांकि, मुफ्ती सुहैल की तलाश जारी है।

एक अच्छी खबर यह है कि पकड़े गए ISIS आईएसआईएस के आतंकियों के पास से असलहे की बरामदगी से एक बात साबित हो रही है कि उनकी फायर पावर धन की आपूर्ति कम होने से कमज़ोर हो गयी है।  हो सकता है अब वे अमेरिका के लिये घाटे का सौदा हो गए हों। अमेरिकी रुख भी इन आतंकियों की ओर से बदल रहा है।

चुनावी वर्ष में ऐसी घटनाएं हो सकती हैं जिससे समाज का माहौल बिगड़े और राजनीतिक दल अपनी अपनी रणनीति से उसका लाभ उठाएं। आतंकी संगठन चाहे वे किसी भी धर्म से जुड़े हों सबसे अधिक अपने धर्म और समाज का ही नुकसान करते हैं। उनका दर्शन और विचारधारा ही मजहबी कट्टरता रहती है और वे इसे ही हिंसक होकर फैलाने का काम करते हैं।

ऐस्र तत्वो से न केवल सावधान रहें बल्कि धार्मिक कट्टरता की बात करने वालों को भी हतोत्साहित करें। आतंकवाद धार्मिक कट्टरता के आवरण में किया गया मानवता के प्रति एक जघन्य अपराध है।

© विजय शंकर सिंह

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