Friday 9 July 2021

प्रवीण झा - स्कूली इतिहास की भूमिका

डॉ Praveen Jha प्रवीण झा जी द्वारा लिखी गयी यह एक नई सीरीज शुरू हो रही है जो स्कूली बच्चों को ध्यान में रख कर लिखी गयी है। यह सीरीज प्रागैतिहासिक काल से शुरू हो रही है और अंत मे कुछ प्रश्न भी हैं। अनुरोध है इसे बच्चों को ज़रूर पढ़ाये। इतिहास में सामान्य रुचि रखने वालो को भी पसंद आयेगी। 

( Image of people with bow and arrow, were clubbed from mesolithic age Bhimbetka caves, roughly 5-10000 years back )

हमें मालूम है कि हम कहाँ पैदा हुए। लेकिन, क्या हमने खुद को पैदा होते हुए देखा? हमने शायद पुराने एल्बम में तस्वीरें देखी होगी। उनसे हमें पता लगा होगा कि हम बचपन में कैसे दिखते थे। हमारे माँ-बाप बचपन में कैसे थे, यह कैसे पता लगेगा? अगर उनके पास एल्बम न हुई तो? शायद दादी या नाना से पूछ कर पता लग जाए। और दादा-दादी का बचपन? अब उनके मम्मी-पापा तो रहे नहीं। शायद कोई पुरानी डायरी मिल जाए। अगर नहीं मिली तो? यह पता करना ही क्यों है?

जैसे हम डॉक्टर के पास जाते हैं, तो वह पूछते हैं कि कल क्या खाया था, पहले क्या बीमारी हुई थी, पापा या नाना को कोई बीमारी तो नहीं? वह ऐसा क्यों पूछते हैं? 

वह आज की बीमारी का पता कल को समझ कर ही लगा सकते हैं। जैसे- गाँव में एक पुरानी चिट्ठी मिली जो दो सौ साल पहले एक ने दूसरे को लिखी थी, 

“पुराना बाँध टूट गया है। अब हर साल यहाँ बाढ़ आती है। लगता है हमें गाँव छोड़ कर जाना पड़ेगा।”

इस चिट्ठी में ही वह रहस्य (सीक्रेट) छुपा है कि गाँव के लोग ऊँची जगह पर जाकर बस गए। शायद पुराना गाँव डूब गया?

पहले राजा-महाराजा जब कोई लड़ाई जीत लेते तो वहाँ एक खंभा गाड़ देते, और उस पर लिख देते कि हमने यहाँ ज़ंग जीत ली। वे सच में जीते या हारे, मालूम नहीं, मगर वह स्तंभ (खंभा) तो यही कहता है। कभी-कभी राजा किसी से कह कर पूरी किताब ही लिखवा लेते कि उन्होंने कैसे युद्ध जीता।

जब वह लिख-पढ़ भी नहीं पाते थे, तब भी अपने चिह्न, फुटप्रिंट्स छोड़ जाते थे। हमें हर पत्थर, हर दीवाल, हर नदी, हर पहाड़ पर वे सबूत ढूँढने हैं। तभी तो हमें आज की बीमारी पता लगेगी। 
(क्रमशः) 

What does this picture tell about our history? How old may be this picture? 
A. 5-10000 years back or older
B. 2500 years back
C. 1000 years back
D. Million years back

[Bhimbetka/Kathotia. Neumauer]

प्रवीण झा
© Praveen Jha 
#vss

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