जुदाई मौत होती है .
सुनो जानां
जुदाई , मौत होती है !
कभी फुरसत मिले तो देखना ,
पत्तों का गिरना तुम ,
कि जब यह पेड़ से गिर के ज़मीन पर आ पड़ते हैं ,
तो कैसे रौंदे जाते हैं .
ठिठुरती रात के खामोश लम्हों में ,
किसी बेबस अकेली बावफा खामोश लडकी की ,
कभी तुम सिसकियाँ सुनना ,
कभी ड़ाल से बिछुड़े हुए पंछी युगल को देखना ,
कि कैसे एक दूजे की जुदाई पर तड़प कर ,
आह भरते हैं .
कभी विरह के छनो में किसी कि आँख से ,
ढुलके हुए आंसू को देखोगे ,
तो शायद जान जाओगे ,
कि , जुदाई मौत होती है .
जुदाई मौत होती है .
अभी तुम ने मुहब्बत के बरसते, भींगते,मौसम नहीं देखे ,
अभी तुम तितलियों के रंग ,
हथेली में छुपाती हो ,
अभी तुम मुस्कुराती हो .
सुनो जाना !
कभी जो ज़िन्दगी ने अजनबी वीरान राहों पर ,
तुम्हारी यह हंसी छीनी ,
तो फिर आंसू बहाओगे ,
तुम इतना टूट जाओगे ,
कि .रूठ जाओगे ज़माने से.
तुम इतना जान जाओगे
जुदाई मौत होती है ,
जुदाई मौत होती है
--(vss)
Beautiful Guruji
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