Wednesday, 15 March 2023

अडानी समूह की प्रमुख निवेशक कंपनी एलारा, अडानी की डिफेंस फर्म में, अडानी के साथ, उनकी सह-मालिक है / विजय शंकर सिंह

अडानी समूह के घोटाले के केंद्र में एक नाम सामने आ रहा है, विनोद अडानी का। विनोद अडानी, गौतम अडानी का सगा बड़ा भाई है। उसी की कंपनी है, एलारा जिसका प्रमुखता से अडानी समूह में धन लगा है। लेकिन जैसा कि गौतम अडानी कहते है, वह सिर्फ एक निवेशक ही नहीं है, बल्कि वह गौतम अडानी के साथ उसका भी मालिकाना हक है। आज द इंडियन एक्सप्रेस में छपे एक लेख के अनुसार, "जांचे गए रिकॉर्ड से पता चलता है कि, अडानी समूह के साथ, यह एक रक्षा कंपनी, बेंगलुरु स्थित अल्फा डिज़ाइन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (एडीटीपीएल) में एक प्रमोटर इकाई है।" इंडियन एक्सप्रेस में यह खुलासा, संदीप सिंह, रितु सरीन, अमृता नायक दत्ता द्वारा लिखित लेख में किया गया है। लिंक कमेंट बॉक्स में है। 
 
अडानी समूह पर अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर, हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप, 24 जनवरी को लगाया गया था। हिंडनबर्ग के 88 सवालों में बहुत से सवाल, गौतम अडानी के बड़े भाई, विनोद अडानी, जो इस पूरे रिसर्च रिपोर्ट में एक रहस्यमय किरदार के रूप में उभरते है, से संबंधित हैं। और यह सारे सवाल आज तक अनुत्तरित हैं। 

एक्सप्रेस के लेख के अनुसार, एलारा इंडिया ऑपर्च्युनिटीज फंड (एलारा आईओएफ), एलारा कैपिटल द्वारा प्रबंधित एक उद्यम पूंजी कोष है, जो मॉरीशस में पंजीकृत शीर्ष चार संस्थाओं में से एक है। यह कैपिटल फंड, अडानी समूह की कंपनियों का मुख्य रूप से शेयर धारक है। हालांकि, पिछले तीन वर्षों में, एलारा ने, अपने हिस्से को काफी कम किया है, पर उसके बाद भी, तीन अडानी कंपनियों में इसकी होल्डिंग दिसंबर 2022 में 9,000 करोड़ रुपये या इसके कुल कोष का 96 प्रतिशत से अधिक बचा हुआ है।

लेकिन एलारा सिर्फ एक अन्य निवेशक ही नहीं है।  द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा जांचे गए रिकॉर्ड से पता चलता है कि अडानी समूह के साथ, यह एक रक्षा कंपनी, बेंगलुरु स्थित अल्फा डिज़ाइन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (एडीटीपीएल) में एक प्रमोटर इकाई भी  है।

(विजय शंकर सिंह)

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