" आप भय का वातावरण बना रहे हैं। "
यह कहना है उद्योगपति राहुल बजाज का। उन्होंने यह बात कही है इकोनॉमिक टाइम्स के एक आयोजन में। टैक्स टेररिज़्म का आरोप पहले भी कुछ उद्योगपति लगा चुके हैं।
राहुल बजाज प्रसिद्ध उद्योगपति और महात्मा गांधी के अनन्य सहयोगी सेठ जमना लाल बजाज के पुत्र हैं। उनका कहना है कि जब वे पैदा हुए थे तो उनका नाम राहुल , पूर्व प्रधानमंत्री, जवाहलाल नेहरू द्वारा रखा गया है। राहुल बजाज, बजाज ऑटो के मालिक हैं और उद्योगपतियों के समारोहों में अपनी बात खुल कर कहते हैं। यह कथन उन्होंने देश मे बढ़ रहे, असहिष्णुता और उद्योगपतियों मे व्याप्त भय को इंगित करते हुये कहा है।
अमित शाह के सामने राहुल बजाज ने कहा,
" मोदी सरकार की आलोचना करने की आजादी नहीं, लोग बोलने से डरते हैं, लोगों को सरकार से सवाल करने की इजाजत क्यों नही है ? "
उन्होंने कहा,
" हमारे उद्योगपति दोस्तों में से कोई नहीं बोलेगा, मैं खुले तौर पर इस बात को कहता हूं। एक माहौल तैयार करना होगा। जब यूपीए-2 सरकार सत्ता में थी, तो हम किसी की भी आलोचना कर सकते थे। आप अच्छा काम कर रहे हैं, उसके बाद भी, हम आपकी खुले तौर पर आलोचना करें इतना विश्वास नहीं है कि आप इसे पसंद करेंगे। "
आगे वे कहते हैं,
" मैं यहां प्रशंसा करने के लिए नहीं हूं. आप इसे पसंद नहीं करेंगे, लेकिन मेरा नाम जवाहरलाल नेहरू ने रखा था। यूपीए सरकार में किसी को भी गाली दे सकते थे. आपके खिलाफ बोलने से लोग डरते हैं. आप काम कर रहे हैं, तो फिर लोगों को बोलने की आजादी क्यों नहीं है? "
बम ब्लास्ट जैसी आतंकी घटना की मुल्ज़िम और भाजपा सांसद , प्रज्ञा ठाकुर को लेकर, राहुल बजाज ने अमित शाह से सवाल किया। राहुल बजाज ने पूछा,
" किसी को भी देशभक्त बोलते है । जिन्होंने बापू को मारा .. कोई शक है आपको ... चलिए आपने टिकट दिया , आपके नाम पर जीत भी गई। "
संसद में प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर हुए विवाद का भी जिक्र करते हुए आगे कहा,
"उन्होंने (प्रज्ञा ठाकुर) जब इसी तरह का बयान पहले भी दिया था तो उस समय प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि उन्हें माफ करना मुश्किल है। लेकिन उसके बाद उन्हें (प्रज्ञा ठाकुर) सदन की समिति का सदस्य बना दिया गया। "
उन्होंने मॉब लिंचिंग का भी जिक्र किया। बजाज ने देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ रही घटनाओं पर भी कहा,
" एक माहौल तैयार किया गया है। असहिष्णुता की हवा है। हम डरते हैं, कुछ चीजों को हम बोलना नहीं चाहते हैं । पर देखते हैं कि कोई दोषी ही नहीं सिद्ध हुआ अभी तक.।
राहुल बजाज ने कहा कि इन सब मुद्दों पर कोई भी उद्योगपति नहीं बोल सकते हैं।
सभा मे अमित शाह के अतिरिक्त रेलमंत्री पीयूष गोयल और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण भी थीं। अमित शाह ने राहुल बजाज को यह उत्तर दिया,
" किसी को भी किसी से डरने की जरूरत नहीं है और जैसा आप कह रहे हैं कि डर का एक ऐसा माहौल बना है तो हमें इस माहौल को बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए. मैं इतना स्पष्ट तौर पर कहना चाहूंगा कि किसा को डरने की जरूरत नहीं और ना ही कोई डराना चाहता है.।"
सांसद प्रज्ञा ठाकुर के अमित शाह ने कहा कि
"मैंने और राजनाथ सिंह जैसे भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने तुंरत प्रज्ञा ठाकुर के बयान की निंदा की थी।
मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर अमित शाह ने कहा, ‘
" लिंचिंग पहले भी होती थी, आज भी होती है। शायद आज पहले से कम ही होता है। पर ये भी ठीक नहीं है की किसी को दोषी सिद्ध नहीं किया गया है। लिंचिंग वाले बहुत सारे मामले चले हैं और समाप्त भी हो गए, सजा भी हुई है पर मीडिया में छपते नहीं हैं। "
सरकार के सामने राहुल बजाज की मुखरता कोई व्यक्तिगत और अकेली मुखरता नहीं है, बल्कि यह अधिकांश उद्योगपति जो सरकार की गलत और अनप्रोफेशनल वित्तीय नीतियों के कारण धीरे धीरे आर्थिक मंदी के दलदल में धँसते जा रहे हैं, और उन्हें इस मंदी से उबरने की राह दूर दूर तक नहीं दिखाई दे रही है।
© विजय शंकर सिंह
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